पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा बढ़ाने के संकेत

(प्रज्ञा अवतार संवाददाता)
जम्मू, 24 अप्रैल। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद इस वर्ष 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमर नाथ की प्रस्तावित यात्रा को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए हैं। यात्रा के दो मार्ग है, एक बालटाल और दूसरा पहलगाम से। पता चला है कि इस बार दोनों मार्गो पर सुरक्षा व्यवस्था पहले से ज्यादा दुरुस्त होगी। यात्रा का 15 अप्रैल से ऑफ लाइन पंजीकरण जारी है।
बर्फानी बाबा अमरनाथ जी- फाइल फोटो
इस वर्ष यह यात्रा 38 दिन, यानी 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को समाप्त होगी। पिछले वर्ष यह यात्रा 52 दिन चली थी।
यात्रा का प्रबंध श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड करता है। बोर्ड के बेहतर प्रबंधन के कारण हर वर्ष अमरनाथ यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही थीl इस वर्ष दिल्ली सहित देशभर में कई बैंकों में भी रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू किया गया है। पिछले वर्ष 5 लाख से ज्यादा लोगों ने यात्रा की थी। जबकि 2023 में 4.5 लाख और 2022 में 3.65 लाख यात्रियों ने अमरनाथ यात्रा की थी। इस वर्ष अमरनाथ यात्रियों यात्रा शुल्क 50 रुपए बढ़ाकर 220 कर दिया गया है। बोर्ड सूत्रों के मुताबिक इस वर्ष यात्रियों की संख्या में पिछले सभी रिकॉर्ड टूट सकते हैं। लेकिन आतंकी हमले के बाद यात्रियों की संख्या में गिरावट आने का अनुमान है।
विगत दिवस पहलगाम में आतंकी हमला होने के बाद वहां जाने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट आ गई है और कई यात्रियों ने यात्रा भी रद्द कर दी है। ठीक उसी तरह से अनुमान लगाया जा रहा है की अमरनाथ यात्रा के लिए पहलगाम के रास्ते से जाने वाले यात्रियों की संख्या घट सकती है। 
उक्त यात्रा के लिए श्राइन बोर्ड ने दो रास्ते निर्मित किए हैं। पहलगाम से 48 किलोमीटर और दूसरा रास्ता बालटाल से 14 किलोमीटर लंबा है। दोनों मार्गों पर यात्रियों के ठहरने, भोजन आदि का उत्तम प्रबंध किया जाता है।

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