मेलबर्न का वीस्टेज इनडोर स्टेडियम गूंजा गायत्री मंत्र से

(प्रज्ञा अवतार न्यूज़ नेटवर्क)
मेलबर्न, 23 अप्रैल। गायत्री परिवार के वैश्विक संवाहक एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या के ऑस्ट्रेलिया प्रवास के चौथे चरण में मेलबर्न में आयोजित दीप महायज्ञ के दौरान यहां का प्रतिष्ठित वीस्टेज इनडोर स्टेडियम गायत्री मंत्र से गूंज उठा। इससे पूर्व "जीवन अभिशाप या वरदान" विषय पर एक आध्यात्मिक सम्मेलन का भी आयोजन हुआ।
(दीप यज्ञ में उमड़ा जनसमूह)
 सम्मेलन को संबोधित करते हुए डा पंड्या ने कहा कि मनुष्य में देवता बनने की पूरी संभावना होती है इसीलिए मानव जीवन किसी भी दृष्टि से अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है। यहां पर शहर के अति विशिष्ट लोगों ने उनका हार्दिक सम्मान किया और गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा बताएं मार्ग पर चलने का संकल्प भी लिया।
(मेलबर्न के प्रबुद्ध वर्ग के साथ डा. पंड्या)
 मेलबर्न में आयोजित उक्त कार्यक्रम में न सिर्फ प्रबुद्ध वर्ग बल्कि शहर के सुदूर क्षेत्रों के पेशेवर लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें सर्वाधिक संख्या इंजीनियर, डॉक्टर, वैज्ञानिक, लेखक, जनसेवक, सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों की थी। विशिष्ट अतिथियों में श्री तेज कृष्ण जी, हेड ऑफ चेंसरी, इंडियन कॉन्सुलेट ऑफ ऑस्ट्रेलिया, सुश्री गीता स्टीफेंस जी, सेक्रेट्री और बेलारट इंडियन एसोशिएशन, श्री कुलवंत जोशी, प्रेसिडेंट, श्री दुर्गा मंदिर टेंपल संघ के अलावा विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधियों ने डॉ. चिन्मय पंड्या का सम्मान किया।
आयोजन के दौरान गुरुदेव द्वारा रचित साहित्य की भी प्रदर्शनी लगाई गई और उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं दीपक प्रज्ज्वलित किया गया। कार्यक्रम में सम्मिलित लोगों में काफी उत्साह था और ज्यादातर लोगों ने गायत्री परिवार की परंपरागत पोशाक (पीले वस्त्र) पहन रखे थे। अगले वर्ष होने वाले जन्म शताब्दी समारोह की भी जानकारी दी गई जिसमें अधिकांश लोगों ने शांतिकुंज पहुंचने का वादा किया है।

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