(प्रज्ञा अवतार ब्यूरो)
नई दिल्ली, 28 जनवरी। आगामी 1 से 9 फरवरी तक भारतीय मंडपम में लगने वाले विश्व पुस्तक मेले में गायत्री परिवार इस बार युग निर्माण साहित्य का प्रदर्शन करेगा। जिसके तहत पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित 32सौ से ज्यादा पुस्तकों की श्रृंखला होगी। यह जानकारी शांतिकुंज, हरिद्वार द्वारा संचालित गायत्री चेतना केंद्र के व्यवस्थापक श्री बाल रूप शर्मा ने दी।
नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा पिछले 51 वर्षों से आयोजित हो रहे विश्व पुस्तक मेले में संयुक्त हाल नंबर दो व तीन में स्टाल संख्या चार में गायत्री परिवार को भारी भरकम स्थान मिला है। जिसमें 14 ज्वलंत विषयों पर सैकड़ो पुस्तकों का देश विदेश के पाठक एक साथ अवलोकन कर खरीद सकेंगे। श्री शर्मा के मुताबिक विचार क्रांति अभियान के तहत आचार्य जी ने 32सौ से ज्यादा पुस्तकों की रचना एवं वेद, पुराण व उपनिषद आदि का हिंदी अनुवाद किया था।
उन्होंने बताया कि वैसे तो पुस्तक मेला में तमाम प्रकाशनों को स्थान दिया गया है लेकिन गायत्री परिवार का मकसद मनुष्य में देवत्व का उदय एवं धरती में स्वर्ग का अवतरण है और इसी थीम के तहत आचार्य श्री द्वारा रचित पुस्तकों का चयन किया गया है जिन्हें पुस्तक मेला में प्रदर्शित किया जाएगा।
श्री शर्मा ने दिल्ली एवं आसपास के हजारों गायत्री परिजनों का आवाहन करते हुए कहा है कि वह ज्यादा से ज्यादा पुस्तक प्रेमियों को एक से 9 फरवरी तक भारत मंडपम में भेजें। पुस्तक मेला के लिए मेट्रो स्टेशन के पास गेट नंबर 10, गेट नंबर 4 एवं गेट नंबर 3 में प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। छात्रों एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रवेश निशुल्क है। मेला प्रातः 11 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा।
नेशनल बुक ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक पुस्तक मेला में युवाओं और बच्चों के लिए अलग-अलग मंच बनाए गए हैं ताकि बच्चों में पुस्तकों के महत्व और पढ़ने की आदत को पुनर्जीवित किया जा सके। भारत की आजादी के 75वें वर्ष के जश्न और स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को समर्पित करते हुए शिक्षा मंत्रालय द्वारा युवा लेखक तैयार करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। पुस्तक मेला में एक थीम पवेलियन भी बनाया गया है जिसे नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन तैयार किया है जिसमें साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन होगा।
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