टोरंटो में गायत्री यज्ञ संपन्न

कनाडा की धरती में बह रही सनातन संस्कृति की गंगा 
         (प्रज्ञा न्यूज़ नटवर्क)
टोरंटो, 14 अप्रैल।
अखिल विश्व गायत्री परिवार की संस्थापिका माता भगवती देवी शर्मा की जन्मशताब्दी वर्ष २०२६ की तैयारियाँ जोरशोर से प्रारंभ हो चुकी हैं। अब विदेशों  में भी यज्ञीय आयोजनों और संस्कार युक्त कार्यक्रमों के माध्यम से सनातन संस्कृति का प्रसार हो रहा है। ऐसे देशों में कनाडा भी है।

कनाडा की धरती पर एक भव्य गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन कनाडा गायत्री परिवार के स्वयंसेवकों ने किया, जो वर्षों पूर्व परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या द्वारा रोपे गए सेवा और संस्कार के बीजों से प्रेरित हैं। आज ये बीज एक संगठित, समर्पित स्वरूप में कनाडा की भूमि पर सजीव होकर फल-फूल रहे हैं। इस महायज्ञ में चार सौ से अधिक परिजनों ने भाग लिया और राष्ट्र की चहुँमुखी उन्नति व वैश्विक शांति के लिए आहुतियाँ समर्पित कीं। कार्यक्रम का उद्देश्य आध्यात्मिक साधना के साथ साथ प्रवासी भारतीयों और स्थानीय नागरिकों के बीच भारतीय संस्कृति की वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक धारा को जाग्रत करना है। इसके साथ ही बाल संस्कारशालाओं का भी आयोजन किया गया, जिनमें बच्चों को भारतीय संस्कृति के मूल मूल्यों, जीवन आदर्शों और नैतिक शिक्षाओं से जोड़ा गया। इन बाल प्रतिभाओं ने सामूहिक रूप से ‘युग निर्माण सत्संकल्प’ का उद्घोष किया, जिसे उपस्थित जनसमुदाय ने भी पूर्ण श्रद्धा से दोहराया। इस अवसर पर प्रवासी भारतीयों सहित स्थानीय नागरिकों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया और सनातन संस्कृति की सार्वभौमिकता तथा वैज्ञानिकता को आत्मसात करने में गहरी रुचि दिखाई।
शांतिकुंज मीडिया के अनुसार युवा आइकान डॉ चिन्मय पण्ड्या के नेतृत्व में आगामी दिनों में शांतिकुंज टीम कनाडा यात्रा पर जाएगी और वहाँ की धरती पर सनातन संस्कृति में रुचि रखने वाले परिजनों को सांस्कृतिक रूप से और अधिक पोषित करेगी। उल्लेखनीय है कि शांतिकुंज परिवार आज भारतीय संस्कृति की गंगा को भारत तक सीमित न रखते हुए, विश्वभर की धरती पर प्रवाहित कर रहा है। यह  संस्कृति के विस्तार के साथ मानवता के नवसृजन की दिशा में एक सशक्त कदम है।

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